Front Introduction

स्थापना परिचय सरस्वती शिक्षा महाविद्यालय की स्थापना सत्र 2008 में भारतीय मनीषियों की कल्पनाओं को साकार रूप देने व भारतीय संस्कृति को सुदृढ़ करने हेतु शिक्षा के अतिआधुनिक माध्यम से शिक्षकों को संस्कारित करने व शिक्षण की गुणवत्ता में सुधार करने के उद्देश्य से प्रारंभ की गई। "असतो माऽऽ सद्गमय, तमसो माऽऽ ज्योतिर्गमय, मृत्योर्माऽऽ अमृतं गमय"।

ॐ शांति ॐ शांति ॐ शांति : ।। "ज्ञान की दीपक से अज्ञानता रूपी अंधेरा स्वतः ही समाप्त हो जाता है।" सरस्वती शिक्षा महाविद्यालय अम्बिकापुर बनारस रोड पर अम्बेडकर चौक (बनारस चौक) से लगभग 3 किलोमीटर की दूरी पर मुख्य सड़क मार्ग से लगभग 200 मीटर पश्चिम दिशा में स्थित है।

शिक्षा महाविद्यालय सम्पूर्ण सुविधा से परिपूर्ण दो मंजिला भवन में संचालित होता है।


प्रवेशार्थी छात्रों के लिए आवश्यक दिशा निर्देश प्रत्येक छात्र को कम से कम 95% उपस्थिति महाविद्यालय में देनी होगी। 95% से कम उपस्थिति होने पर विश्वविद्यालय की अंतिम परीक्षा के लिए प्रवेश पत्र नहीं मिलेगा। प्रतिदिन आनलाइन उपस्थिति विश्वविद्यालय एवं एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर को भेजी जायेगी। अतः शिथिलता की कोई संभावना नहीं है। “उपस्थिति की सूचना प्रतिवेदन विश्वविद्यालय को भी भेजी जायेगी।" अवकाश हेतु माह में अधिकतम 2 दिन की आवेदन स्वीकार होगी। अधिक दिन अनुपस्थित होने पर 20रू प्रतिदिन अर्थदण्ड महाविद्यालय में जमा करनी होगी। 90% कक्षाओं में उपस्थिति अनिवार्य होगी। छुट्टी के रूप में केवल 13 आकस्मिक अवकाश ही प्राप्त कर सकेंगे। उपस्थिति संबंधी शपथ पत्र प्रस्तुत करना होगा। परीक्षा और प्रवेश आदि की अवधि के अलावा कम से कम 200 कार्यकारी दिवस होंगे। सूक्ष्म शिक्षण, अभ्यास शिक्षण, मनोविज्ञान प्रायोगिक तथा कार्यानुभव एवं सभी विषयों
से संबंधित प्रायोगिक कार्य में शत् प्रतिशत उपस्थिति रखनी होगी। वम शिक्षण:- सूक्ष्म शिक्षण के 7 कौशलो के 21 सूक्ष्म शिक्षण पाठयोजना बनाकर सूक्ष्म शिक्षण